Shayari
के इन शायरियों में
के इन शायरियों में भी मेरी मैं थोड़ी मिलावट कर लेता हूंघोल कर थोड़े जज़्बात इनमे तेरी खुशबू छिड़क देता हूं
के इन शायरियों में भी मेरी मैं थोड़ी मिलावट कर लेता हूंघोल कर थोड़े जज़्बात इनमे तेरी खुशबू छिड़क देता हूं
कि खो गया हूं मैं भी इस भीड़ में कोई मुझे भी पुकार लोमैं इतना भी तो बुरा नहीं कोई मुझे भी प्यार से दुलार लो
मेरे तसव्वुर की तस्वीर में तुम हो… मेरे ख्वाब की कशिश में तुम हो, जाने अनजाने मगर जो भी हो… मेरी जिंदगी की खूबसूरती तुम हो।
सरफिरा सा जूनून रहे ताउम्र वो एहसास का वो किसीके साथ का…आँधियों मे भी जब छुट्टे ना हाथ यार कायही तो होता है रवाइयां प्यार का…
अक्सर अल्फाज़ो मे भी हुनर नहीं होता आरज़ू बयान करने का…महज़ निगाहों का नूर ही अनकहे सारे जज़्बात कह देता है ।
वक़्त गुज़रे बहोत सी यादें बन गयी यादो कि याद मे किसी कि याद आ गयी… जिनको याद करते थे रात दिन,आज मुद्दतों बाद उनकी याद आ गयी।
“It is not the mere good in you that you’re been loved, It is the good of they who love you.” – Kunj R. Atha